من ينقذ المرأة البوذية
اذا مات زوجها تدفن في قبرة وهي على قيد الحياة
وان بلغت عمر الثلاثين تحرق ان لم تتزوج
من ينقذها من جحيم الدنيا والآخره ويعلمها الاسلام عسى ان تنجو من جحيم الآخره على الاقل :(




जो बौद्ध महिला को बचाता हैयदि उसका पति मर जाता है तो उसे जीवित रहते हुए ही कब्र में दफना दिया जाता हैऔर यदि तुम तीस वर्ष के हो जाओ, और यदि तुम विवाह न करो, तो तुम्हें जला दिया जाएगाजो कोई उसे इस दुनिया और आख़िरत के नर्क से बचाएगा और उसे इस्लाम सिखाएगा, वह कम से कम आख़िरत के नर्क से तो बच जाएगी:(